व्रत की कढ़ी – मूँगफली कढ़ी (Vrat ki Kadhi in Hindi): हिन्दी में पढ़े व्रत में खाए जाने वाली कढ़ी की रेसिपे। यह कढ़ी जन्माष्ठमी, एकादशी व्रत या राम नवमी जैसे त्यवहार में खा सकते है। सींगदाना कढ़ी को साबूदाना की खिचड़ी के साथ परोस सकते है।
- मूंगफली (सिंग दाना): 1 कप , सिके हुए
- आलू: 1 कप
- अदरक: 1/2 इंच बारीक कटा हुआ
- हरी मिर्च: 1 चम्मच
- दही: 1 कप
- पानी: 1 1/2 कप
- नमक: स्वाद अनुसार
- तेल: 1 चम्मच
- जीरा: 1 छोटा-चम्मच
- करी पत्ते: 5 पत्ते
- लौंग: 3 टुकड़ा
- दालचीनी: 1/2 इंच
- सिंग दानो को गरम तवे पर अच्छे से भून लीजिये। भुनने के बाद ठंडा होने रखे।
- ठंडा होने पर सिंग दानो का छिलका उतार ले। एक मिक्सर ग्राइंडर में सीके हुए सिंग दानो को पीस ले। सिंग दानो को हल्का ही पीसना है।
- गुजराती व्रत की कढ़ी बनाने के लिए हमें इन सामग्रीओ की आवस्यकता होगी: उबले और पिसे हुए आलू, पिसा हुआ सिंग दाना, बारीक कटा हुआ अदरक (या फिर अदरक का पेस्ट), दही और नामक.
- एक बाउल में दही लेकर उसमें पानी डाले और अच्छे से मिला ले।
- अब दही में उबले आलू और पिसे हुए सिंग दाने डाले।
- दही आलू और सिंग दाने के मिक्सचर को अच्छे से मिलकर रख ले।
- एक कढ़ाई में तेल गरम करे और जीरा, लौंग, दालचीनी, कड़ी पत्ता डाले और भुने।
- मसाले भून जाये फिर बारीक कटा हुआ अदरक (अदरक पेस्ट) और हरी मिर्च डाले और अदरक भुनने तक पकाए।
- अब कढ़ाई में दही आलू और सिंग दाने वाला पानी अच्छे से मिलाले।
- कढ़ी को ७ से ८ मिनिट तक पकाए। बीच बीच में कढ़ी को हिलाते रहे।
- व्रत की कढ़ी (सींगदाना कढ़ी) तैयार है। व्रत की कढ़ी को मोरिया की खिचड़ी या साबूदाना की खिचड़ी के साथ परोसे।
व्रत की कढ़ी – मूँगफली कढ़ी (Vrat ki Kadhi in Hindi)
सिंग दानो को गरम तवे पर अच्छे से भून लीजिये। भुनने के बाद ठंडा होने रखे।
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